Project Unnati Scheme (MGNREGA) – उन्नति योजना कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण
मनरेगा केंद्र सरकार के द्वारा लाई गई एक बहुत महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना का लाभ सीधे तौर पर उन परिवारों को मिलता है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं, और अकुशल हैं। अब महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत रोजगार हासिल कर श्रमिकों को प्रोजेक्ट उन्नति के तहत कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस योजना के माध्यम से उन सभी परिवारों को और युवाओं को उनके रूचि के अनुसार क्षेत्र में कौशल विकास पर प्रशिक्षण दिया जाएगा जिससे वह अपना जीवन यापन करने के लिए महात्मा गांधी नरेगा योजना से हटकर भी कुछ और कर सकें। Project Unnati Scheme के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से हम इस लेख में आपको बताने वाले हैं।
प्रोजेक्ट उन्नति
इस योजना के तहत 26 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में तीन वर्ष की अवधि में कुल 2,00,000 लाभार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो लोग महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत लाभ पा रहे हैं उन्हें स्वयं रोजगार के लिए प्रेरित करना भी इस योजना का लक्ष्य हैं।
इतना ही नहीं बल्कि जो हिसाब रही इस योजना का लाभ लेते हुए 100 दिन पूरा कर चुके हैं उन्हें सरकार की तरफ से स्टाइपेंड भी दिया जाने वाला है। इस योजना के व्यवस्थित संचालन के लिए सरकार के द्वारा पंजीयन का प्रयोग किया जाएगा जिसके माध्यम से हितग्राहियों की काउंसलिंग और मोबाइलेशन हेतु आवेदन लिए जाएंगे।
पात्रता
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता यदि निर्धारित की गई है जो निम्नलिखित में सूचीबद्ध हैं –
- इस योजना का लाभ उन्हीं लोगों को मिलेगा जो वर्तमान में महात्मा गांधी नरेगा योजना अधिनियम 2005 के तहत कार्य कर रहे हैं।
- आवेदन करने वाले व्यक्ति की उम्र 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- जो लोग दीनदयाल उपाध्याय कौशल योजना के तहत ट्यूशन प्राप्त करना चाहते हैं उनकी उम्र 18 से अधिकतम 35 वर्ष होनी चाहिए।
- जो लोग ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान या कृषि विज्ञान केंद्र प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं उनकी उम्र 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- शैक्षणिक योग्यता कोर्स के अनुसार निर्धारित की गई है।
- शैक्षणिक योग्यता में कक्षा 5वी से लेकर 12वीं तक के प्रावधान है।
- इस योजना के तहत किसी भी परिवार का केवल एक व्यक्ति ही प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है।
प्रोजेक्ट 'उन्नति' का लक्ष्य
- 26 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 2,00,000 लाभार्थियों को प्रशिक्षण देना
- 18-45 वर्ष के एक वयस्क सदस्य को RSETI/KVK में प्रशिक्षण देना
- 18-35 वर्ष के एक वयस्क सदस्य को DDU-GKY में प्रशिक्षण देना
- प्रशिक्षण उन्हीं को मिलेगा जिन्होंने पिछले वित्तीय वर्षों में महात्मा गांधी नरेगा के तहत 100 दिनों का काम किया है
कौशल विकास के प्रकार:
- वेतन रोजगार के लिए (DDU-GKY) : DDU-GKY के PIAs द्वारा चलाए जा रहे किसी भी प्रशिक्षण कार्यक्रम का चयन
- स्वरोजगार के लिए (RSETI & KVK) : 582 RSETIs या 426 KVKs द्वारा संचालित किसी भी प्रशिक्षण कार्यक्रम का चयन
प्रभाव
- COVID-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में प्रशिक्षण की गति धीमी पड़ी
- मार्च 2024 तक 64,176 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण दिया गया.